DSP .Deputy Superintendent of Police पुलिस उपाधीक्षक या CO circle officer अनुमंडल पदाधिकारी या क्षेत्राधिकारी भी कहते है
आज इस लेख में बात करेंगे तो DSP के अंडर में क्या क्या आता है इसके कार्य और उसके कार्य क्षेत्र के बारे है
ड्रेस और बैच
DSP वर्दी पर जो बैग लगा होता है उस पर 3 स्टार होते हैं और किसी भी तरह की पट्टी नहीं होती है जानकारी के लिए आपको बता दूं कि SHO ,SO के भी 3 स्टार होते हैं लेकिन उसके बेच पर नीली या लाल पट्टी होती है लेकिन DSP के कंधे पर केवल 3 स्टार होते हैं और जिस प्रदेश से होते हैं उस प्रदेश का उस बैच के नीचे शार्ट नाम लिखा होता है जैसे - शार्ट में उत्तर प्रदेश पुलिस लिखा होता है या मध्य प्रदेश पुलिस या बिहार से तो बिहार पुलिस और किसी भी तरह की रंग की पट्टी नहीं होती है
DSP बनते कैसे हैं सामान्य जानकारी
DSP बनने के लिए दो रास्ते हैं या तो इंस्पेक्टर से प्रमोशन द्वाराDSP बना जा सकता है या स्टेट पीएससी क्वालीफाई कर के डायरेक्ट DSP बना जा सकता है
DSP के कार्य किसके अंडर में में क्या-क्या है
DSP क्षेत्राधिकारी होता है इसके अधीन उस क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक थाने, चौकी उसके अंडर में आते हैं और वह समय-समय पर ऐसे थाना चौकी का निरीक्षण कर सकता है तथा जो भी उस क्षेत्र के थानों चौकियों में पुलिस के अधिकारी हैं वहां के उनके साथ मीटिंग कर सकता है और लॉ एंड ऑर्डर उस क्षेत्र में सही तरीके से चल रहा है या नहीं चल रहा है का निरीक्षण और कानून व्यवस्था अच्छी सी बनी रहे उसकी जिम्मेदारी होती है
और भी सरल भाषा में बात करे तो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई अधिकारियों को मिलकर काम पढ़ना पड़ता है और एक दूसरे के अधीन कार्य करते हैं जैसे 1 जिले में पुलिस प्रशासन का सबसे बड़ा अधिकारी SP होता है उसी तरह जिला कई तहसील क्षेत्रों में विभाजित होता है और क्षेत्र का सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी CO अथवा DSP होता है और क्षेत्र कई थाने पड़ते हैं जिसमें थानों का सबसे बड़ा अधिकारी SHO या SO होते हैं
आशा करता हूं कि आप इस लेख में अच्छी तरीके से समझ गए होंगे DSP जैसी कई जगहों पर CO कहते हैं
उसके कार्य क्या होते हैं और कैसे बनते हैं और इसके अधीन में कौन-कौन आता है
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