1. चकबंदी से जुड़ी परेशानी - अगर आपने खेती की जमीन खरीदी है और उसका दाखिल खारिज नहीं करवाया है और आपके गांव में चकबंदी हो जाये तो बहुत बड़ी समस्या आएगीी
क्योंकि आपने जिस खाता संख्या में गाटा संख्या की रजिस्ट्री कराई थी वह गाटा संख्या खाता संख्या से अन्य दूसरा नंबर बन जाता है इसलिए आपको बाद में दाखिल खारिज में बहुत परेशानी आती है इसलिए आप तत्काल दाखिल खारिज करवाएं
2. उत्तराधिकार संबंधित परेशानी - अगर आपने खरीदी हुई जमीन का दाखिल खारिज नहीं करवाया है तो वह जमीन सरकारी दस्तावेजों में आपके नाम नहीं होगी
बल्कि वह जमीन उसी व्यक्ति के नाम बनी रहेगी जिससे आपने जमीन खरीदी थी इस आधार पर जो भी अधिकारी होंगे वह उस जमीन को उसी व्यक्ति के उत्तराधिकारीयों के नाम कर देंगे जिस व्यक्ति के नाम पहले से ही सरकारी दस्तावेज में है
3. कब्जे से जुड़ी परेशानी - A व्यक्ति ने B व्यक्ति से संपत्ति खरीदी रजिस्ट्री करवाई है यदि उस संपत्ति का A व्यक्ति दाखिल खारिज नहीं करवाता है तो वह संपत्ति B के नाम ही सरकारी रिकॉर्ड में बनी रहेगी
इसलिए जब भी कोई सरकारी दस्तावेज देखेगा तो उस पर B व्यक्ति का नाम ही दर्ज होगा इसलिए हो सकता है कि भविष्य में B व्यक्ति संपत्ति किसी दूसरे व्यक्ति को दोवारा बेच दे
4. लोन संबंधी परेशानियां- A ने B से जमीन खरीदी थी और A ने दाखिल खारिज नहीं कर पाई इसलिए वह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में B के नाम ही रहेगी जब वह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में B के नाम रहेगी तो हो सकता है B भविष्य में फ्रॉड करके उस उसी सरकारी रिकॉर्ड के आधार पर जमीन पर लोन निकाल ले
अगर दूसरे B व्यक्ति लिए लोन निकाल लिया तो उसके बाद जब आप उस जमीन का जिस पर लोन निकाली गई है दाखिल खारिज करवाएंगे तो आपको वह पूरी लोन चलानी पड़ेगी उसी के बाद दाखिल खारिज होगा
2. दूसरी समस्या यह भी है कि अगर B ने लोन नहीं भी निकाली है तो आप उस जमीन पर तब तक लोन नहीं ले सकते जब तक वह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में आपके नाम नहीं आ जाती है
तो अगर आपको जानकारी अच्छी लगी है तो अधिक से अधिक लोगों में शेयर करें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें