दोस्तों आपने परगना शब्द अक्सर सुना होगा यदि आप जब भी उत्तर प्रदेश की किसी तहसील में किसी जमीन की रजिस्ट्री कराने जाएंगे तो खासकर वहां पर परगना शब्द का उपयोग किया जाता है
दोस्तों जिस प्रकार गांव से मिलकर मौजा बना होता है उसी प्रकार कई मौजों से मिलकर एक परगना बना होता है और कई परगनाओं को मिलाकर एक तहसील बनती है और कई तहसीलों को मिलाकर एक जिला बनता है
उसी प्रकार कई जिलों को मिलाकर एक कमिश्नरी या (मंडल) बनता है इसी प्रकार उत्तर प्रदेश 18 कमिश्नरी (मंडलों) में विभाजित है
जब भी आप अपनी रजिस्ट्री करवाने जाते हैं तो वहां पर जो भी आप की जमीन की रजिस्ट्री करवाता है वह पूछता है कि आपका परगना कौन सा पड़ता है आप की जमीन किस परगने मैं है इस प्रकार एक तहसील के अंदर दो या दो से अधिक परगने हो सकते हैं
सहायक कलेक्टर को परगनाधिकारी भी कहा जा सकता है
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