मंगलवार, 30 मार्च 2021

गिरफ्तारी न देने पर पुलिस को कब गोली मारने का अधिकार है crpc-46

 इस लेख में आप जानेंगे अगर कोई अपराधी व्यक्ति पुलिस की गिरफ्तारी से बचकर भाग रहा है तब पुलिस कब उसके गोली मार सकती है कितना बल प्रयोग कर सकती है




crpc 46 गिरफ्तारी कैसे की जाएगी- उसने बताया गया है कि पुलिस गिरफ्तारी के दौरान कब कितना बल प्रयोग कर सकती है 

यदि कोई ऐसा व्यक्ति जो गिरफ्तार किया जा रहा है और वह बल लगा कर गिरफ्तारी से बचने का प्रयत्न कर रहा है तो ऐसा पुलिस अधिकारी आवश्यक सब साधनों के उपयोग में ला सकता है  आगे भी यह भी बताऊंगा कि कौन-कौन से साधन का प्रयोग कर सकती है पुलिस

 इस धारा की कोई बात ऐसे व्यक्ति की जिस पर मृत्यु या आजीवन कारावास से दंडित अपराध का अभियोग नहीं है, उसकी मृत्यु कार्य करने का अधिकार नहीं है

 

सरल भाषा में स्पष्टीकरण



गिरफ्तार किया जाने वाला व्यक्ति यदि गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने आप को पुलिस से बलपूर्वक छुड़ाता है या प्रतिरोध करता है या गिरफ्तारी से बचने का प्रयत्न करता है तो इसके लिए पुलिस हर आवश्यक साधन का प्रयोग कर सकती है यानी कि उस व्यक्ति को मारा पीटा जा सकता है उसे असला दिखा कर भयभीत किया जा सकता है उसको हथकड़ी लगाई जा सकती है
लेकिन उस समय केवल आवश्यक बल का प्रयोग ही किया जा सकता है जो कि मामले की स्थिति देखकर स्थिति पर निर्भर करता है 

और यदि पुलिस आवश्यकता से अधिक मारपीट गिरफ्तारी के दौरान करती है आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग करती है तो आप पुलिस के विरुद्ध पुलिस अधिनियम 1861 की धारा 5 के अंतर्गत कार्यवाही कर सकते हैं

गिरफ्तारी के दौरान बल का प्रयोग इतना नहीं किया जा सकता है कि गिरफ्तार किए जाने वाले व्यक्ति की मृत्यु ही हो जाए लेकिन हां ऐसा उस स्थिति में किया जा सकता है जब गिरफ्तार किए जाने वाले व्यक्ति पर उस अपराध को करने का आरोप है जिससे उस व्यक्ति को मृत्युदंड या आजीवन कारावास से दंडित किया जा सकता है 


अगर आप मुझे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप मुझे इंस्टाग्राम पर पूछ सकते हैं 
इंस्टाग्राम यूजरनेम   law advice.adv.akshay





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विकास प्राधिकरण अप्रूव्ड कॉलोनी प्लाटिंग कौन सी होती है और फ्री होल्ड कॉलोनी जमीन कौन सी होती है

1 - D A  एप्रूव्ड ( डी ए से स्वीकृत)  वह जमीन जो विकाश प्राधिकरण किसानों से खरीद कर स्वयं या किसी बड़े बिल्डर से शहरी आवासीय योजना के मानको क...